प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी Narendra Modi completed his 45-hour long meditation at Kanyakumari – 1 जून को तमिलनाडु के कन्याकुमारी में 45 घंटे लंबा ध्यान पूरा किया।
प्रधानमंत्री ने अपने ध्यान के दूसरे और अंतिम दिन की शुरुआत सूर्योदय के समय विवेकानंद रॉक मेमोरियल पर ‘सूर्य अर्घ्य’ अर्पित करके की, अधिकारियों ने बताया।

Narendra Modi completed his 45-hour long meditation at Kanyakumari –
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवा शर्ट, शॉल और धोती पहने हुए ध्यान मंडपम परिसर में ध्यान करते और घूमते हुए देखा गया, वही स्थान जहां स्वामी विवेकानंद ने 1892 में ध्यान किया था। यह उनके लोकसभा चुनाव प्रचार के व्यस्त अभियान के बाद हुआ।
अपने ध्यान अभ्यास के हिस्से के रूप में, प्रधानमंत्री मोदी ने सूर्योदय के समय ‘सूर्य अर्घ्य’ किया, जो एक आध्यात्मिक प्रथा से जुड़ी एक रस्म है जिसमें सूर्य के रूप में प्रकट परमात्मा को प्रणाम और प्रार्थना की जाती है।
Prime Minister Narendra Modi completed his 45-hour long meditation at Kanyakumari – प्रधानमंत्री मोदी का यह आध्यात्मिक विश्राम लोकसभा चुनाव प्रचार के अंत में आया। कन्याकुमारी पहुंचने के बाद, प्रधानमंत्री सीधे भगवती अम्मन मंदिर गए और वहां प्रार्थना की।
प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के दौरान सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी और उनके प्रवास के दौरान 2,000 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था। भारतीय तटरक्षक बल और भारतीय नौसेना ने उस स्थान पर कड़ी निगरानी रखी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विवेकानंद रॉक मेमोरियल, तमिलनाडु के कन्याकुमारी में ध्यान करते हुए पहली तस्वीरें 31 मई को बीजेपी द्वारा साझा की गईं। प्रधानमंत्री मोदी ने 30 मई की शाम को ध्यान शुरू किया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कन्याकुमारी में 45 घंटे का ध्यान सत्र कई मायनों में महत्वपूर्ण था। यह साधना उन्होंने विवेकानंद रॉक मेमोरियल में की, जो भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता का प्रतीक है।
Prime Minister Narendra Modi completed his 45-hour long meditation at Kanyakumari – स्वामी विवेकानंद के आदर्शों से प्रेरणा लेते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने इस ध्यान सत्र को आत्मचिंतन और आंतरिक शांति प्राप्त करने का एक साधन बनाया।
Prime Minister Narendra Modi completed his 45-hour long meditation at Kanyakumari – प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान अपने मन को स्थिर करने और गहन आत्मचिंतन करने का प्रयास किया। यह साधना सत्र न केवल उनके व्यक्तिगत जीवन के लिए महत्वपूर्ण था, बल्कि इससे उन्हें अपने नेतृत्व और नीतियों के लिए भी नई दृष्टि और प्रेरणा मिली।
उनके ध्यान का मुख्य उद्देश्य मानसिक शांति प्राप्त करना और देश के भविष्य के लिए बेहतर निर्णय लेने की क्षमता को मजबूत करना था।
इस 45 घंटे के ध्यान सत्र ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अनुयायियों और देशवासियों को भी प्रेरित किया। उन्होंने अपने इस कदम के माध्यम से यह संदेश दिया कि मानसिक और आत्मिक शांति प्राप्त करना हमारे जीवन में संतुलन और स्थिरता लाने के लिए कितना आवश्यक है। यह सत्र उनकी दृढ़ता और आत्मानुशासन को भी दर्शाता है, जो किसी भी नेता के लिए महत्वपूर्ण गुण हैं।
Prime Minister Narendra Modi completed his 45-hour long meditation at Kanyakumari – प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ध्यान सत्र के बाद कहा कि स्वामी विवेकानंद के विचारों से प्रेरणा पाना और उन्हें अपने जीवन में लागू करना उनके लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। स्वामी विवेकानंद का संदेश था कि आत्मविश्वास और आत्मचिंतन के माध्यम से ही हम अपने जीवन में महानता प्राप्त कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी के इस ध्यान सत्र ने देशभर में ध्यान और योग के प्रति जागरूकता बढ़ाई। लोगों ने ध्यान और योग को अपने दैनिक जीवन में शामिल करने की प्रेरणा ली। उनके इस कदम को विभिन्न धार्मिक और आध्यात्मिक संगठनों ने भी सराहा।
कन्याकुमारी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह ध्यान सत्र एक प्रतीकात्मक और प्रेरणादायक घटना के रूप में देखा जा रहा है। यह न केवल उनके व्यक्तिगत जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था, बल्कि इससे उन्होंने देशवासियों को भी यह संदेश दिया कि आत्मचिंतन और ध्यान के माध्यम से हम अपने जीवन को बेहतर और संतुलित बना सकते हैं। इस प्रकार के आध्यात्मिक अभ्यास हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक हैं और हमें एक सकारात्मक जीवन जीने की दिशा में प्रेरित करते हैं।