Hina Khan’s breast cancer: इन दिनों बॉलीवुड अभिनेत्री हिना खान के ब्रेस्ट कैंसर की चर्चा हर ओर हो रही है। टीवी अभिनेत्री हिना खान ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रही हैं और पहली कीमोथेरेपी के बाद ही उन्होंने अपने सिर के बाल हटा लिए हैं। हिना खान ने अपने बाल कटवाने का एक वीडियो (Hina Khan Breast Cancer Video) साझा किया है, जिससे लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि आखिर कीमोथेरेपी के पहले ही लोग अपने बाल छोटे करने का या गंजा होने का निर्णय क्यों लेते हैं? आइए हम आपको बताते हैं, इसके पीछे की वजह।
Hina Khan’s breast cancer: हिना खान और ब्रेस्ट कैंसर
Hina Khan’s breast cancer: हिना खान ने अपने ब्रेस्ट कैंसर की यात्रा के दौरान अपने बाल हटाने का एक वीडियो साझा किया है, जो तेजी से वायरल हो गया है। यह वीडियो ना सिर्फ उनकी बहादुरी को दर्शाता है बल्कि कैंसर मरीजों के बाल झड़ने की सामान्य समस्या पर भी प्रकाश डालता है। आइए जानते हैं कि आखिर कैंसर मरीज अपने बाल क्यों कटवाते हैं।
कीमोथेरेपी के दौरान बालों का गिरना
Hina Khan's mom weeps as hina cuts her hair short amid breast cancer treatment#hinakhan #cancerfighter #cancertreatment #cancer #cancerwarrier @_hinakhanteam @HinaKhanFan @hinakhan_space @Hinakhanhome_ pic.twitter.com/axwCg0Dcpc
— Khabristan Network (@WebKhabristan) July 4, 2024
कीमोथेरेपी के दौरान बालों का झड़ना एक आम समस्या है। कीमोथेरेपी में उपयोग की जाने वाली दवाएं तेजी से बढ़ने वाली कोशिकाओं को निशाना बनाती हैं, जिसमें बालों की जड़ें भी शामिल होती हैं। यही कारण है कि बाल तेजी से झड़ने लगते हैं।
रेडिएशन थेरेपी भी एक वजह
कई बार रेडिएशन थेरेपी के कारण भी बाल झड़ सकते हैं। रेडिएशन थेरेपी में उच्च ऊर्जा वाली किरणें इस्तेमाल की जाती हैं, जो कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करती हैं। इसके साथ ही यह बालों की जड़ों को भी प्रभावित करती हैं, जिससे बाल झड़ने लगते हैं।
कैंसर दवाओं के विशेष मिश्रण की वजह से
कैंसर के इलाज में विभिन्न प्रकार की दवाओं का उपयोग होता है। इन दवाओं का मिश्रण बालों पर अलग-अलग प्रभाव डाल सकता है। कुछ मरीजों में बाल तेजी से गिरते हैं, जबकि कुछ में बालों का पतला होना या गंजापन देखा जा सकता है।
पहले झड़ते हैं सिर के बाल
बाल झड़ने की समस्या आमतौर पर कीमोथेरेपी के शुरू होने के तीन हफ्ते बाद नजर आती है। सबसे पहले सिर के बाल गिरते हैं और फिर धीरे-धीरे शरीर के दूसरे हिस्सों के बाल झड़ने लगते हैं। हर मरीज पर इसका प्रभाव अलग-अलग होता है, लेकिन सिर के बाल सबसे पहले प्रभावित होते हैं।
दवाइयों के साइड इफेक्ट से भी झड़ने लगते हैं बाल
कई बार कीमोथेरेपी के साइड इफेक्ट के कारण भी बाल झड़ सकते हैं। हालांकि, यह झड़ना स्थायी नहीं होता है। तीन-चार महीनों के बाद बाल वापस आने लगते हैं और स्कैल्प पर भी नए बाल उगने लगते हैं।
बाल कटवाने का मनोवैज्ञानिक प्रभाव
कैंसर मरीजों के लिए बाल झड़ना एक कठिन अनुभव हो सकता है। इसलिए, कई मरीज कीमोथेरेपी के शुरू होने से पहले ही अपने बाल छोटे करवा लेते हैं या पूरी तरह से गंजे हो जाते हैं। इससे उन्हें बाल झड़ने के मानसिक तनाव से राहत मिलती है और वे खुद को तैयार महसूस करते हैं।
बाल कटवाने का फिजिकल प्रभाव
बालों को पहले से ही कटवा लेने से बालों का झड़ना कम दर्दनाक हो जाता है। जब बाल छोटे होते हैं, तो झड़ने के दौरान कम असुविधा होती है और बालों का झड़ना कम गन्दा लगता है। यह प्रक्रिया बालों के झड़ने को कम करने में भी मदद कर सकती है।
बाल कटवाने की सामाजिक स्वीकृति
कैंसर मरीजों के बाल कटवाने का एक और कारण समाज में इसकी स्वीकृति है। आजकल समाज कैंसर के मरीजों के प्रति अधिक संवेदनशील हो गया है और बाल कटवाने को सकारात्मक तरीके से देखा जाने लगा है। इससे मरीजों को मानसिक और भावनात्मक रूप से सहारा मिलता है।
हिना खान का बाल कटवाना
हिना खान ने अपने बाल कटवाने का जो वीडियो साझा किया, वह एक प्रेरणादायक कदम है। उन्होंने इसे सकारात्मक तरीके से लिया और अपने फैंस को भी इसके बारे में जागरूक किया। इससे कैंसर के मरीजों को बल मिलता है और वे अपने बाल कटवाने को एक सामान्य प्रक्रिया के रूप में देखते हैं।
नये बाल उगने की प्रक्रिया
कीमोथेरेपी के बाद बाल फिर से उगने लगते हैं। यह प्रक्रिया धीरे-धीरे होती है और कुछ महीनों में बाल वापस आने लगते हैं। बालों की गुणवत्ता और बनावट में भी बदलाव आ सकता है, लेकिन यह सामान्य है और समय के साथ बाल फिर से सामान्य हो जाते हैं।
हिना खान का संदेश
हिना खान का वीडियो और उनकी कहानी कैंसर मरीजों के लिए एक प्रेरणा है। उन्होंने अपने बाल कटवाने के माध्यम से यह संदेश दिया है कि कैंसर के इलाज के दौरान होने वाली चुनौतियों को स्वीकार करना और उनसे लड़ना जरूरी है।

निष्कर्ष
ब्रेस्ट कैंसर और उसके इलाज के दौरान बालों का झड़ना एक सामान्य समस्या है। कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी के कारण बाल झड़ते हैं, लेकिन यह स्थायी नहीं होता है। बाल कटवाने का निर्णय मरीजों के लिए मानसिक और भावनात्मक रूप से सहायक होता है। हिना खान जैसी हस्तियों का उदाहरण और उनका समर्थन कैंसर मरीजों के लिए प्रेरणा का स्रोत हो सकता है। उनके द्वारा साझा किया गया वीडियो न सिर्फ उनकी बहादुरी को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि कठिनाइयों का सामना कैसे करना चाहिए।
कैंसर का इलाज एक लंबी और कठिन यात्रा हो सकती है, लेकिन सकारात्मक सोच और समर्थन से इसे सहन करना आसान हो जाता है। बाल कटवाना इस यात्रा का एक हिस्सा है, जो मरीजों को अपने आत्म-सम्मान को बनाए रखने में मदद करता है और उन्हें अपनी लड़ाई में मजबूत बनाता है।