हाल ही में महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा मोड़ आया जब Deputy Chief Minister Devendra Fadnavis ने अपने इस्तीफे को वापस लेते हुए आगामी विधानसभा चुनावों के लिए नई रणनीति तैयार की। यह निर्णय पार्टी बैठक के बाद आया, जिसमें राज्य बीजेपी विधायकों ने Devendra Fadnavis पर विश्वास व्यक्त किया और उन्हें अपने नेता के रूप में बने रहने का आग्रह किया।
इस्तीफे की पेशकश और वापस लेने का निर्णय
महाराष्ट्र में लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खराब प्रदर्शन के कारण, फडणवीस ने इस्तीफा देने की पेशकश की थी। हालांकि, पार्टी बैठक के बाद, जिसमें राज्य बीजेपी विधायकों ने उन पर विश्वास व्यक्त किया, उन्होंने अपने पद पर बने रहने का निर्णय लिया।
अमित शाह का समर्थन
फडणवीस ने बताया कि पार्टी के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने उनसे बने रहने का अनुरोध किया। अमित शाह के इस अनुरोध के बाद, फडणवीस ने विधानसभा चुनाव के लिए तैयारी शुरू कर दी है। फडणवीस ने कहा, “मैंने अमित शाह से मुलाकात की जिन्होंने मुझसे बने रहने का अनुरोध किया, और मैं ऐसा ही करूंगा। हमारे पास एक रणनीति है और मैंने पहले ही काम शुरू कर दिया है।”
इस्तीफे का कारण और Devendra Fadnavis का बयान
सातारामधून लोकसभेवर निर्वाचित छत्रपती उदयनराजे महाराज यांची आज नवी दिल्ली येथे भेट घेतली, तेव्हा मन:पूर्वक स्वागत करून भावी वाटचालीसाठी त्यांना शुभेच्छा दिल्या.@Chh_Udayanraje pic.twitter.com/9xVL0xjBk9
— Devendra Fadnavis (Modi Ka Parivar) (@Dev_Fadnavis) June 8, 2024
फडणवीस ने स्पष्ट किया कि उनका प्रारंभिक इस्तीफा भावनाओं या चुनावी परिणामों से निराशा के कारण नहीं था। “मैं पीछे नहीं हटता; मैं वापस लड़ता हूं। विपत्ति के समय में, हम ताकत के साथ पलटवार कर सकते हैं, जैसा कि छत्रपति शिवाजी महाराज ने सिखाया,” उन्होंने कहा।
फर्जी कथानक का प्रभाव
Devendra Fadnavis ने चुनावी हार का एक हिस्सा “फर्जी कथानक” को जिम्मेदार ठहराया, जिसने महायुति के लिए एक अतिरिक्त विरोधी बल के रूप में कार्य किया। उन्होंने कहा, “संविधान को बदलने की योजना बना रही बीजेपी के बारे में झूठी अफवाहों ने सत्तारूढ़ गठबंधन को नुकसान पहुंचाया। यह फर्जी कथानक तीन-पार्टी महा विकास आघाडी (एमवीए) के साथ चौथी (विपक्षी) पार्टी के रूप में कार्य किया। हमने यह चौथे चरण के चुनाव के बाद महसूस किया।”

एमवीए की सफलता और बीजेपी की चुनौतियाँ
हाल ही में लोकसभा चुनाव में, एमवीए ने पश्चिमी राज्य में 48 लोकसभा सीटों में से 30 सीटें जीतीं, जबकि सत्तारूढ़ गठबंधन ने 17 सीटें जीतीं, और एक अतिरिक्त सीट विद्रोही कांग्रेस उम्मीदवार ने जीती। फडणवीस ने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे के प्रति सहानुभूति की चर्चा थी, लेकिन उनकी पार्टी ठाणे और कोंकण क्षेत्रों में कोई सीट जीतने में असफल रही।
मुंबई में उद्धव ठाकरे की सफलता
मुंबई में, ठाकरे की सफलता एक विशिष्ट समुदाय के मतों के समेकन के कारण थी, न कि व्यापक मराठी-भाषी मतदाता समर्थन के कारण। “उन्होंने (शिवसेना (यूबीटी)) वर्ली, शिवड़ी, विक्रोली और भांडुप के मराठी-प्रभुत्व वाले विधानसभा क्षेत्रों में मामूली बढ़त हासिल की,” फडणवीस ने कहा।
बीजेपी का वोट शेयर और निकटतम हार
Devendra Fadnavis ने बताया कि बीजेपी का वोट शेयर 2019 की तुलना में स्थिर रहा, पार्टी ने 11 निर्वाचन क्षेत्रों में मामूली अंतर से हार दर्ज की।
चुनावी हार का विश्लेषण
Devendra Fadnavis ने चुनावी हार के कारणों का विश्लेषण करते हुए कहा कि फर्जी कथानक और एमवीए की रणनीति ने बीजेपी को कमजोर किया। उन्होंने कहा, “फर्जी कथानक का लंबा जीवन होता है। पीएम मोदी ने संविधान की 75वीं वर्षगांठ मनाने का निर्णय लिया है, फिर भी कथानक फैलता रहा…”
भविष्य की रणनीति
Devendra Fadnavis ने कहा कि उन्होंने भविष्य की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है और पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा, “हम विपत्ति के समय में ताकत के साथ पलटवार करेंगे और आगामी चुनावों में जीत दर्ज करेंगे।”
पार्टी का समर्थन और एकजुटता
पार्टी के विधायकों और वरिष्ठ नेताओं का समर्थन पाकर Devendra Fadnavis ने नई ऊर्जा के साथ काम शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा, “पार्टी एकजुट है और हम सभी मिलकर आगामी चुनावों के लिए रणनीति बना रहे हैं।”
Devendra Fadnavis का आत्मविश्वास और दृढ़ता
Devendra Fadnavis ने अपने आत्मविश्वास और दृढ़ता को व्यक्त करते हुए कहा, “मैं पीछे नहीं हटता; मैं वापस लड़ता हूं। छत्रपति शिवाजी महाराज के सिद्धांतों पर चलते हुए, हम किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं।”
बीजेपी की आगामी चुनावी रणनीति
बीजेपी ने आगामी विधानसभा चुनावों के लिए एक विस्तृत रणनीति तैयार की है। Devendra Fadnavis ने कहा कि पार्टी ने चुनावी क्षेत्र और मतदाताओं की समझ बढ़ाने के लिए विश्लेषण और रिसर्च शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा, “हमने चुनावी क्षेत्र की गहराई से समझ बनाई है और मतदाताओं के मुद्दों को समझने के लिए व्यापक रिसर्च कर रहे हैं।”
कार्यकर्ताओं का उत्साह
बीजेपी के कार्यकर्ताओं में फडणवीस के इस निर्णय से नया उत्साह आया है। उन्होंने कहा, “हमारे कार्यकर्ता पूरी ऊर्जा के साथ काम कर रहे हैं और हम सभी मिलकर पार्टी को मजबूत करेंगे।”
आगामी चुनावी अभियान
Devendra Fadnavis ने कहा कि पार्टी का चुनावी अभियान जल्द ही शुरू होगा और वह स्वयं इसमें सक्रिय रूप से भाग लेंगे। उन्होंने कहा, “हमारा चुनावी अभियान जल्द ही शुरू होगा और मैं स्वयं इसमें सक्रिय रूप से भाग लूंगा।”
निष्कर्ष
Devendra Fadnavis का इस्तीफा वापस लेने और आगामी विधानसभा चुनावों के लिए नई रणनीति बनाने का निर्णय पार्टी के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। पार्टी के विधायकों और वरिष्ठ नेताओं का समर्थन पाकर, फडणवीस ने नई ऊर्जा के साथ काम शुरू कर दिया है। उन्होंने अपने आत्मविश्वास और दृढ़ता को व्यक्त करते हुए, आगामी चुनावों में जीत दर्ज करने का संकल्प लिया है। फर्जी कथानक और एमवीए की रणनीति के बावजूद, फडणवीस ने पार्टी को मजबूत बनाने और आगामी चुनावों में सफलता प्राप्त करने के लिए व्यापक रणनीति तैयार की है।
पार्टी के कार्यकर्ताओं में भी इस निर्णय से नया उत्साह आया है और सभी मिलकर पार्टी को मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं। आगामी चुनावी अभियान में, फडणवीस के नेतृत्व में बीजेपी एकजुट होकर मुकाबला करेगी और विपत्ति के समय में ताकत के साथ पलटवार करने का संकल्प लेगी।
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