2 लोगों की जान लेने वाले पुणे पोर्श केस में नाबालिग का पिता अरेस्ट, लड़के पर भी बालिग की तरह चलेगा केस…|
Pune Porsche Car Accident: पुणे में रविवार लग्जरी कार ‘पोर्शे’ (Porsche) से हुए भीषण हादसे में अनीस अहुदिया (24) और अश्विनी कोस्टा (24) की मौत हो गई। दोनों पेशे से इंजिनियर थे और मध्य प्रदेश के रहने वाले थे। हादसे के समय कथित तौर पर शराब के नशे में ‘पोर्शे’ कार शहर के नामी बिल्डर विशाल वाल का नाबालिग बेटा चला रहा था। जबकि पीड़ित दोपहिया वाहन से दोस्तों के साथ पार्टी कर लौट रहे थे। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बाइक पर सवार युवती अश्विनी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि युवक अनीस की मौत इलाज के दौरान हो गई।घटना के 14 घंटे बाद आरोपी नाबालिग को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई. इस पूरे घटनाक्रम को लेकर नाराजगी के बीच शीर्ष पुलिस अधिकारी ने कहा, पुणे के किशोर पर वयस्क की तरह मुकदमा चलाया जाना चाहिए. इसके लिए ऊपरी अदालत से अनुमति मांगी है.इससे पहले निचली अदालत ने पुलिस की अपील को खारिज कर दिया था.
घटना 19 मई की सुबह की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में एक रियल एस्टेट डेवलपर के 17 वर्षीय बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार युवक-युवती को कुचल दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. घटना के 14 घंटे बाद आरोपी नाबालिग को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई है. जांच में सामने आया कि आरोपी किशोर शराब के नशे में था. मरने वालों की पहचान अनीश अवधिया और उसकी साथी अश्विनी कोष्टा के रूप में हुई है. वे दोनों 24 साल के थे और आईटी सेक्टर में काम करते थे.
पुणे पुलिस का कहना है कि घटना की जांच के लिए कई टीमें बनाई गई हैं. आरोपी के पिता विशाल अग्रवाल FIR दर्ज होने के बाद फरार हो गया था. क्राइम ब्रांच ने विशाल को मंगलवार सुबह छत्रपति संभाजीनगर से गिरफ्तार कर लिया.
आरोपी की कुछ शर्तों पर रिहाई:
किशोर न्याय बोर्ड की निचली अदालत ने आरोपी नाबालिग को 14 घंटे के भीतर यह कहते हुए कि जमानत दे दी कि अपराध इतना गंभीर नहीं था कि जमानत देने से इनकार किया जा सके. अदालत ने रिहाई पर कुछ शर्तें भी तय कीं, जिनमें 15 दिनों तक ट्रैफिक पुलिस के साथ काम करना होगा और सड़क दुर्घटनाओं के प्रभाव और उनके समाधान पर 300 शब्दों का निबंध लिखना शामिल है.
जबलपुर. पुणे पोर्शे कार हादसे (Pune Porsche Car Accident) में जबलपुर की सॉफ्टवेयर इंजीनियर अश्वनी कोष्टा उर्फ आशी की दर्दनाक मौत हो गई थी. उनका 21 मई को जबलपुर के गौरीघाट में अंतिम संस्कार किया गया. परिजनों और रिश्तेदारों ने आशी को नम आंखों से विदाई दी. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा कि उनकी बेटी अब इस दुनिया में नहीं है. अश्विनी का शव 20 मई की देर रात पुणे से – जबलपुर लाया गया था. परिवार में सबसे छोटी होने की वजह से उन्हें सभी लोग प्यार से आशी कह कर बुलाते थे. सड़क हादसे में आशी की दर्दनाक मौत की खबर जैसे ही आई परिवार मैं मातम छा गया.