40 Indian Killed in Kuwait Building Fire , 40 Indians were killed in Kuwait Buildings Fires on Wednesday after a fire broke out in a buildings housing foreign workers , with Kuwait’s deputy prime minister accusing property owners of committing violations that contribute towards such incidents.
कुवैत में एक इमारत में लगी आग में 40 भारतीयों की मौत
हाल ही में कुवैत में एक दुखद हादसा हुआ, जिसमें एक इमारत में भीषण आग लग गई। इस आग की चपेट में आकर 40 भारतीयों की जान चली गई।
यह घटना कुवैत सिटी के एक व्यावसायिक क्षेत्र में स्थित एक बहुमंजिला इमारत में घटी। प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, आग रात के समय लगी जब अधिकतर लोग सो रहे थे, जिससे वे बचने का मौका नहीं पा सके।
कुवैत के फायर डिपार्टमेंट ने तुरंत मौके पर पहुंचकर आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग इतनी तेजी से फैली कि कई लोगों को बचाया नहीं जा सका। इस हादसे में अन्य कई लोग घायल भी हुए हैं, जिन्हें नजदीकी अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
भारतीय दूतावास ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है और पीड़ितों के परिवारों को हर संभव सहायता देने का वादा किया है। दूतावास की टीम स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर पीड़ितों की पहचान और उनके शवों को भारत लाने की प्रक्रिया में जुटी हुई है।
At least 40 Indian workers were killed in a fire at a labour building in Mangaf, #Kuwait.
— Radhika Chaudhary (@Radhika8057) June 12, 2024
Remember India has taken a neutral stand in the Israel-Palestine war. I smell a deep conspiracy against Indian workers. pic.twitter.com/qmml3UbFkZ
इस दुखद घटना ने दोनों देशों के लोगों को झकझोर कर रख दिया है, और सोशल मीडिया पर भी शोक संवेदनाओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। सरकारों से इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की मांग की जा रही है ताकि भविष्य में इस तरह के हादसों को टाला जा सके।
एक अस्पताल में 30 से अधिक भारतीय नागरिक भर्ती, जबकि कम से कम 47 श्रमिकों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया गया है, भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया पर यह जानकारी दी।
मौके का दौरा करते हुए उप प्रधानमंत्री शेख फहद यूसुफ सऊद अल-सबह ने कहा, “रियल एस्टेट मालिकों के लालच के कारण ही ऐसी घटनाएं होती हैं।” यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो पाया कि इमारत में कोई उल्लंघन हुआ था या नहीं, और यदि हुआ था तो वह क्या थे।
खाड़ी देशों में कम वेतन पर काम करने वाले मजदूर अक्सर भीड़भाड़ वाले आवासों में रहते हैं। स्थानीय अधिकारियों ने यह नहीं बताया कि ये मजदूर किस तरह के रोजगार में लगे हुए थे, लेकिन अन्य खाड़ी देशों की तरह कुवैत भी निर्माण जैसी उद्योगों में विदेशी मजदूरों पर भारी निर्भर है, जिनमें दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया के लोग शामिल हैं।
आग से बचे एक मिस्री व्यक्ति, जो कुवैत में ड्राइवर के रूप में काम करते थे, ने स्थानीय मीडिया को बताया कि आग निचले मंजिल पर शुरू हुई थी और ऊपरी मंजिलों पर मौजूद लोग बाहर नहीं निकल पाए। उन्होंने कहा कि इमारत में घना धुआं भर गया था।
अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-सबह ने आग के कारण की तत्काल जांच के आदेश दिए और कहा कि यदि कोई अधिकारी जिम्मेदार पाया गया तो उसे जवाबदेह ठहराया जाएगा।
40 Indian Killed in Kuwait Building Fire – Deputy PM Blames

कुवैत इमारत में आग से 40 भारतीयों की मौत, उप प्रधानमंत्री ने दोषी ठहराया
हाल ही में कुवैत की एक इमारत में लगी भीषण आग में 40 भारतीय नागरिकों की जान चली गई। उप प्रधानमंत्री ने इस घटना के लिए रियल एस्टेट मालिकों के लालच को जिम्मेदार ठहराया है।
कुवैत इमारत में आग से 40 भारतीयों की मौत, उप प्रधानमंत्री ने दोषी ठहराया
कुवैत में हाल ही में एक दुखद घटना घटी, जिसमें एक बहुमंजिला इमारत में आग लगने से 40 भारतीय नागरिकों की मौत हो गई। इस हादसे ने पूरे भारतीय समुदाय और स्थानीय निवासियों को गहरा सदमा पहुंचाया है।
घटना का विवरण
यह आग कुवैत सिटी के एक व्यावसायिक क्षेत्र में स्थित इमारत में लगी। रात के समय आग लगने के कारण अधिकतर लोग सो रहे थे और वे बच नहीं सके। आग इतनी तेजी से फैली कि इमारत में मौजूद लोग बाहर नहीं निकल पाए और इमारत में घना धुआं भर गया।
अस्पतालों में भर्ती और उपचार

भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि एक अस्पताल में 30 से अधिक भारतीय नागरिकों को भर्ती किया गया है, जबकि कुल मिलाकर कम से कम 47 श्रमिकों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में प्राथमिक उपचार के लिए भेजा गया है।
जिम्मेदारियों की जांच –
मौके का दौरा करते हुए उप प्रधानमंत्री शेख फहद यूसुफ सऊद अल-सबह ने कहा, “रियल एस्टेट मालिकों के लालच के कारण ही ऐसी घटनाएं होती हैं।” उन्होंने घटना की तत्काल जांच के आदेश दिए हैं और कहा है कि अगर कोई अधिकारी जिम्मेदार पाया गया तो उसे सख्त सजा दी जाएगी।
पीड़ितों की सहायता
भारतीय दूतावास ने पीड़ितों के परिवारों को हर संभव सहायता देने का वादा किया है। दूतावास की टीम स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर पीड़ितों की पहचान और उनके शवों को भारत लाने की प्रक्रिया में जुटी हुई है।
मजदूरों की स्थिति
खाड़ी देशों में कम वेतन पर काम करने वाले मजदूर अक्सर भीड़भाड़ वाले और असुरक्षित आवासों में रहते हैं। कुवैत, अन्य खाड़ी देशों की तरह, निर्माण उद्योग में विदेशी श्रमिकों पर भारी निर्भर है, जिनमें दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया के लोग शामिल हैं। आग से बचे एक मिस्री व्यक्ति ने स्थानीय मीडिया को बताया कि आग निचले मंजिल पर शुरू हुई थी और ऊपरी मंजिलों पर मौजूद लोग बाहर नहीं निकल पाए।
भविष्य की सुरक्षा
इस दुखद घटना के बाद, सरकारों से इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की मांग की जा रही है ताकि भविष्य में इस तरह के हादसों को टाला जा सके। स्थानीय अधिकारियों को आवासीय भवनों की सुरक्षा पर ध्यान देने की आवश्यकता है, खासकर उन इमारतों में जहां विदेशी मजदूर रहते हैं।